Flood: जम्‍मू, हिमाचल से राजस्‍थान तक... जल प्रलय में बह गए कई घर, स्‍कूल-कॉलेज पर भी लगा ताला

 

Flood: जम्‍मू, हिमाचल से राजस्‍थान तक... जल प्रलय में बह गए कई घर, स्‍कूल-कॉलेज पर भी लगा ताला



Flood Live Updates: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, पुल क्षतिग्रस्त, ट्रैफिक डायवर्ट, 100 साल का बारिश रिकॉर्ड टूटा, स्थानीय लोग और पर्यटक परेशान. कठुआ में जल प्रलय में एक शमशानघाट का शौचालय बह गया. हिमाचल प्रदेश से राजस्‍थान तक जय प्रलय ने खूब नुकसान पहुंचाया है.

Jammu Kashmir Flood Live Updates: जम्मू-कश्मीर में बीती रात हुई भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए. रातभर मूसलाधार बरसात ने जहां निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया, वहीं जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी थम गया. एक पुल टूटने के कागार पर आ गया, जिसके बाद वहां आवाजाही को बंद करना पड़ा. सड़क का दूसरा हिस्‍सा पहले चालू था लेकिन बाद में उसपर भी दरारें आ गई, जिसके बाद प्रशासन ने रोड के दूसरे भाग को भी बंद कर दिया. हालांकि लोगों को पुल को पैदल पार करने की इजाजत दी गई है. कुछ ऐसे ही हालात राजस्‍थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्‍तराखंड में भी नजर आए हैं. कई जिलों में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.

Snowfall With Flood: जम्मू-कश्मीर में एक ओर जल प्रलय, दूसरी ओर बर्फबारी, क्या हैं संकेत?

चम्बा में सभी शिक्षण संस्थान रहेंगे बन्द
हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण, कल सभी शिक्षण संस्थान रहेंगे बन्द, हर्षिल में मुसीबतें कम होने का नाम नही ले रही. हर्षिल गदेरा शाम से उफान में बह रहा है जिससे झील को खाली करवाने का कार्य प्रभावित हुए है. गदेरे में बड़ी मात्रा में मलबा पत्थर बह कर आ रहे हैं.
पंजाब में जीप को सैलाब से निकालने की कोशिश में बहे!
चंडीगढ़ और मोहाली में हुई तेज बरसात के बाद जयंती देवी रोड पर अचानक आए तेज बहाव में एक जीप बह गई; लोग उनको वीडियो में बोल भी रहे हैं कि रुक जाओ लेकिन उसके बावजूद वह पानी के बीच से ही क्रॉस करने लगे तभी की पलट गई कुछ दूर बहाने के बाद लोगों ने कार सवार लोगों को बचाया
पठानकोट – हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश के कारण दो मंजिला मकान ढह गया
पठानकोट – हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश के कारण आई भीषण बाढ़ के कारण कोठा मनवाल में एक दो मंजिला मकान ढह गया, जिससे काफी नुकसान हुआ. प्रशासन ने स्थिति का आकलन कर एक रिपोर्ट तैयार की है और मुआवज़ा देने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए काम कर रहा है. ग्रामीणों से सतर्क रहने और भविष्य में संभावित आपदाओं से बचने के लिए, अगर उनके घर बाढ़-प्रवण क्षेत्रों के पास हैं, तो उन्हें स्थानांतरित करने पर विचार करने का आग्रह किया गया है.
ट्रैक्टर पर अपने साथ कलेक्टर को बिठाकर कलोरा बांध की स्थिति देखने पहुंचे केंद्रीय मंत्री सिंधिया
गुना के सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को संसदीय क्षेत्र की बमौरी विधानसभा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे. सिंधिया ने जुलाई के आखिरी सप्ताह में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए कलोरा बांध का भी मौके पर जाकर जायजा लिया.

लोग पुल के दोनों तरफ अपनी गाड़ियां छोड़, भारी-भरकम सामान लेकर पैदल चलने को मजबूर हैं. इस पुल को नुकसान पहुंचने से स्‍थानीय लोगों के अलावा पर्यटक और मेडिकल स्टाफ को काफी दिक्‍कतों का सामन करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने इसपर नाराजगी जताई. उनका कहना है कि पुल निर्माण में कोई तो कमी रही होगी, जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग का इतना बड़ा पुल कुछ घंटों की बारिश से ढह गया.
जम्‍मू-कश्‍मीर बाढ़ लाइव अपडेट्स

# जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान एक मकान की पहली मंजिल की छत गिरने से कम से कम 30 महिलाएं घायल हो गईं. अधिकारियों ने बताया कि महिलाएं पोहरुपेठ गांव में एक मकान में एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए एकत्र हुई थीं तभी अचानक छत गिर गई, जिससे उनमें से कुछ घायल हो गईं. उन्होंने बताया कि यह घटना अपराह्न लगभग ढाई बजे हुई और घायलों को तुरंत हंदवाड़ा के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया.
# कठुआ में नदी किनारे बना श्मशान घाट का शौचालय तेज बहाव में बह गया. भारी पानी के कारण घाट की सुविधाएं तबाह हो गई हैं. प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा और राहत कार्य तेज कर दिए हैं
# बारिश बारिश के बाद उमर अब्‍दुल्‍ला सरकार का फैसला जम्‍मू में सोमवार को बंद रहेंगे सभी स्‍कूल और कॉलेज. एहतियात के तौर पर लिया गया निर्णय.
#  जम्‍मू-कश्‍मीर में भारी बारिश के अलर्ट के बीच किश्तवाड़ और वारवान घाटी में बर्फबारी देखने को मिली. मौसम के इस परिवर्तन से हर कोई हैरान है. बर्फ से पहाड़ ढकते हुए नजर आए, जिससे लोग काफी खुश हैं
# कुपवाड़ा के पोह्रू गांव में एक धार्मिक सम्मेलन के दौरान भवन की छत गिर गई. इस हादसे में दर्जनों महिलाएं घायल हुई. स्थानीय लोगों और प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायल महिलाओं को पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. हादसे की वजह का पता लगाया जा रहा है, जबकि अधिकारियों ने भवन की संरचना और सुरक्षा मानकों की जांच शुरू कर दी है. प्राथमिक जानकारी के अनुसार, घायल महिलाओं की हालत स्थिर बताई जा रही है. पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने और क्षेत्र में अफवाहों से बचने की अपील की है.
# भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के सभी ज़िलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. विभाग ने आने वाले घंटों में आसमान में बादल छाए रहने, हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ तूफान की संभावना जताई है. अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है. लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और सड़क अवरोध की आशंका भी बढ़ गई है. प्रशासन ने राहत-बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं.

Nikki Bhati Case: दोनों बहनों की शादी हिंदू रीति रिवाज और बिना... निक्की की बहन कंचन का क्या था पुलिस को दिया पहला बयान?

# एक डॉक्‍टर ने बताया क‍ि कठुआ पुल बंद होने के कारण यहां आवाजाही बंद हैं. वो सड़क के दूसरी तरफ एक अस्‍पताल में डॉक्‍टर हैं. मेरी स्‍कूटी अस्‍पताल के पास है. मुझे पैदल पुल पार करने के बाद बिना वाहन के घर जाने के लिए मजबूर होना  पड़ रहा है
# बारिश ने पिछे 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ा रिकॉर्ड बताते हैं कि सबसे ज़्यादा 228.6 मिमी बारिश 5 अगस्त 1926 को हुई थी. इसके बाद 11 अगस्त 2022 को 189.6 मिमी बरसात हुई थी, लेकिन अब यह आंकड़ा भी पीछे छूट गया है.
पुल टूटा, ट्रैफिक डायवर्ट
अधिकारियों के अनुसार सहार खड्ड पर बने दोनों पुलों पर आवाजाही रोक दी गई है. पुराना पुल भारी क्षति का शिकार हुआ है, जबकि नया पुल भी कमजोर हालत में दिखाई दे रहा है. इस वजह से वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट करना पड़ा. डिप्टी कमिश्नर कठुआ राजेश शर्मा ने बताया कि “पुराने पुल में बड़ी दरारें आ गई हैं और नए पुल की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है. इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंच रही है. जब तक उनकी रिपोर्ट नहीं आती, तब तक यातायात बंद रहेगा.”
100 साल का रिकॉर्ड टूटा
बारिश का असर जम्मू शहर पर भी बुरी तरह पड़ा. बीते 24 घंटे में जम्मू में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो अगस्त माह की पिछले 100 साल में दूसरी सबसे बड़ी बरसात है. रिकॉर्ड के मुताबिक, सबसे ज़्यादा 228.6 मिमी बारिश 5 अगस्त 1926 को हुई थी. इसके बाद 11 अगस्त 2022 को 189.6 मिमी बरसात हुई थी, लेकिन अब यह आंकड़ा भी पीछे छूट गया है.
ये भी पढ़े 

Post a Comment

Thanks for your feedback

Previous Post Next Post