Nepal protests Updates: किन-किन देशों में हुआ तख्तापलट, प्रधानमंत्रियों को छोड़कर भागना पड़ा देश

 

Nepal protests: किन-किन देशों में हुआ तख्तापलट, प्रधानमंत्रियों को छोड़कर भागना पड़ा देश



Nepal protests: नेपाल में Gen Z के बाद तख्‍तापलट जैसे माहौल बन गए हैं. जिसके बाद वहां के पीएम के देश छोड़ने की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि दुनिया के किन किन देशों में ऐसा हो चुका है?

Nepal protests Updates, Nepal News: अभी नेपाल में तख्‍तापलट जैसे हालात बन गए हैं. यहां जेन जी के आंदोलन से शुरू हुआ विद्रोह उग्र रूप ले चुका है और यहां की सरकार का अस्‍तित्‍व खत्‍म हो चुका है आलम यह है कि नेपाल के वर्तमान प्रधानमंत्री को देश छोड़कर भागने की नौबत तक आ गई. ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी देश के राष्‍ट्र प्रमुख को अपना देश छोड़ना पडा हो बल्कि कई बार ऐसे मौके आए जब कई देशों के प्रधानमंत्रियों को तख्तापलट, जन आंदोलन या हिंसा के कारण देश छोड़कर भागना पड़ा.आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही पीएम के बारे में…

Trending current affairs: नेपाल: केपी शर्मा ओली (2025)

9 सितंबर 2025 को नेपाल में Gen Z के उग्र प्रदर्शनों ने सरकार को हिला दिया. सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ यह आंदोलन हिंसक हो गया, जिसमें 19 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और कई मंत्रियों के घरों पर हमला किया. ओली ने इस्तीफा दे दिया और खबरों के अनुसार, वे हिमालय एयरलाइंस से दुबई भागने की तैयारी में थे.

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बांग्लादेश: शेख हसीना (2024)

5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद देश छोड़कर भागना पड़ा. यह आंदोलन सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण को लेकर शुरू हुआ जो जल्द ही बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन में बदल गया. प्रदर्शनकारियों ने ढाका में उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया, जिसके बाद हसीना हेलिकॉप्टर से भारत भागीं. इस दौरान हिंसा में करीब 1,400 लोग मारे गए.हसीना के भागने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी.
जुलाई 2022 में श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण बड़े पैमाने पर जन आंदोलन हुआ.प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन, संसद और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों पर कब्जा कर लिया. तत्कालीन राष्ट्रपति (और पूर्व प्रधानमंत्री) गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर पहले मालदीव, फिर सिंगापुर और अंत में थाईलैंड भागना पड़ा. वे सितंबर 2022 में श्रीलंका लौट आए. इस आंदोलन की वजह देश का दिवालिया होना और बुनियादी जरूरतों की कमी थी.

अफगानिस्तान: अशरफ गनी (2021)

15 अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया.तत्कालीन राष्ट्रपति (और पूर्व में प्रधानमंत्री की भूमिका निभा चुके) अशरफ गनी को देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भागना पड़ा. गनी ने दावा किया कि उन्होंने खून-खराबा रोकने के लिए यह कदम उठाया.उनके साथ लाखों डॉलर नकद ले जाने की खबरें भी सामने आईं.

पाकिस्तान: नवाज शरीफ (1999)

पाकिस्तान में 12 अक्टूबर 1999 को सैन्य तख्तापलट के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सत्ता से हटा दिया गया. जनरल परवेज मुशर्रफ ने सत्ता संभाली और शरीफ को सऊदी अरब में निर्वासित होना पड़ा.यह पाकिस्तान में कई तख्तापलटों में से एक था,जहां सैन्य हस्तक्षेप का इतिहास रहा है

बांग्लादेश: शेख मुजीबुर रहमान (1975)

बांग्लादेश के पहले प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर रहमान को 15 अगस्त 1975 को सैन्य तख्तापलट में उनकी पत्नी और तीन बेटों समेत हत्या कर दी गई हालांकि वे भाग नहीं पाए,लेकिन इसके बाद सत्ता हथियाने वाले खोंडाकर मुस्ताक अहमद का कार्यकाल भी अल्पकालिक रहा. 3 नवंबर 1975 को एक और तख्तापलट में उन्हें सत्ता से हटा दिया गया और बाद में सत्ता परिवर्तन के बीच कई नेता देश छोड़कर भागे.

Nepal Gen Z Protest: इन देशों में भी बने हालात

ट्यूनीशिया: अरब स्प्रिंग के दौरान जनवरी 2011 में ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति जीन अल-अबिदीन बेन अली को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बाद सऊदी अरब में शरण लेनी पड़ी.
यूक्रेन: यूक्रेन के तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को 2014 में यूरोमैदान विरोध प्रदर्शनों के बाद रूस में शरण लेनी पड़ी.
वेनेजुएला: जुआन गुआइडो ने खुद को वेनेजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया,लेकिन सत्ता पर कब्जा न कर पाने के कारण उन्हें अमेरिका में शरण लेनी पड़ी.
हैती: सितम्बर 1991 में हैती में सैन्य तख्तापलट हुआ.यहां पर जीन-बर्ट्रेंड अरिस्टिड को सत्ता से हटा दिया गया जिसके बाद वह निर्वासन के लिए विवश हुए. वे वेनेजुएला चले गए.
सोलोमन आइलैंड्स: इस धनी द्वीप राष्ट्र में जून 2000 में तख्तापलट हुआ.PM बारथोलोम्यू उलुफालूको हथियारबंद समूह ने बंधक बना लिया और उन पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया. जनहित के नाम पर उन्हें हटाकर नया प्रधानमंत्री चुना गया. PM को मजबूरी में देश से बाहर जाना पड़ा.
लेसोथो: 2014 में इस छोटे अफ्रीकी देश में सेना ने तख्‍तापलट कर दिया और प्रधानमंत्री टॉम थबाने को अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़कर दक्षिण अफ्रीका भागना पड़ा. सैनिकों ने सरकारी भवनों को कब्जे में ले लिया था
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