Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi : गणेश चतुर्थी पर करें श्री गणेश जी की आरती, जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा

 

Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi : गणेश चतुर्थी पर करें श्री गणेश जी की आरती, जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा



Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics : गणेशोत्सव में प्रतिदिन सुबह और संध्या समय गणेशजी की आरती करनी चाहिए. इससे मन स्थिर होता है और भक्त को आनंद और आशीर्वाद मिलता है. साथ ही गणेश चतुर्थी पर आरती करने से विशेषकर मिथ्या दोष (चंद्रदर्शन का दोष) शांत होता है. आइए एक साथ करते हैं गणेशजी की आरती.

Ganesh Chaturthi 2025 Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics : गणेशोत्सव पर श्री गणेश जी की आरती का लाभ शास्त्रों और परंपरा में अत्यंत विशेष बताया गया है. हर दिन सुबह शाम गणेशजी की आरती करने से जीवन के सभी कार्यों की बाधाएं स्वतः ही दूर होती हैं. आरती से घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि का वास होता है. गणेश जी विद्या, विवेक और स्मरण शक्ति के देवता हैं इसलिए आरती करने से विद्यार्थी और कार्यक्षेत्र में कार्यरत लोगों को बुद्धि और सफलता प्राप्त होती है. आइए साथ मिलकर करते हैं गणेशजी की आरती…

श्री गणेश जी आरती (Jai Ganesh Jai Ganesh Jai Ganesh Deva)
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
भगवान गणेश की जय, पार्वती के लल्ला की जय
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