रेखा गुप्ता हमला केस: 180 डिग्री पर घूमी जांच की सुई, तहसीन की एंट्री, राजेश ने यहां से खरीदा था चाकू
Delhi CM Rekha Gupta attack case: दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता हमला केस में राजेश और तहसीन सैय्यद की साजिश उजागर हुई, राजेश ने चाकू नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर खरीदा, पुलिस जांच जारी है.
Delhi CM Rekha Gupta attack case: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला मामले की जांच 180 डिग्री पर मूड़ गई है. दिल्ली पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी राजेश भाई खिमजी भाई साकरिया के साथी तहसीन सैय्यद को गिरफ्तार किया है. राजेश ने हमले के लिए चाकू नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर एक सब्जी की रेहड़ी से खरीदा था जिसकी तलाश अभी भी जारी है. पुलिस ने इस मामले को एक सुनियोजित साजिश करार दिया है, जिसमें तहसीन की अहम भूमिका सामने आई है. दोनों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ भी की गई जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त की सुबह 8:15 बजे उनके सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान हमला हुआ था. गुजरात के राजकोट का रहने वाला एक ऑटो-रिक्शा चालक 41 वर्षीय राजेश ने मुख्यमंत्री पर हमला किया था. उसने गुप्ता को थप्पड़ मारा, उनके बाल खींचे और गाली-गलौज की. पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 132 (सार्वजनिक सेवक पर हमला) और 221 (सार्वजनिक सेवक को बाधा) के तहत मामला दर्ज किया.
पहले से बनाई थी हमले की योजना
जांच में पता चला कि राजेश ने हमले की योजना पहले से बनाई थी. उसने 19 अगस्त को दिल्ली पहुंचकर सिविल लाइंस के गुजराती भवन में रात बिताई थी. हमले से पहले उसने मुख्यमंत्री के शालीमार बाग स्थित आवास की रेकी की और वहां का वीडियो बनाकर तहसीन को भेजा. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में राजेश को 24 घंटे पहले मुख्यमंत्री के आवास के आसपास देखा जो इस साजिश की पुष्टि करता है
पुलिस के अनुसार राजेश ने शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट को निशाना बनाने की योजना बनाई थी, क्योंकि वह दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों को आश्रयों में ले जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाराज था. दोनों आरोपी राजेश और तहसीन कुत्तों के प्रति प्रेम रखते हैं और इसे अपनी प्रेरणा का कारण बताया. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट की कड़ी सुरक्षा के कारण राजेश ने अपना इरादा बदल दिया और मुख्यमंत्री को आसान लक्ष्य मानकर उनके आवास पर हमला किया.
‘जो रास्ते में आएगा, उसे नहीं छोड़ूंगा’
पूछताछ में तहसीन ने खुलासा किया कि राजेश ने उससे कहा था- कुछ बड़ा करना होगा और जो रास्ते में आएगा, उसे नहीं छोड़ूंगा. तहसीन ने राजेश को 2,000 रुपये गूगप पे के जरिए भेजे जो हमले की योजना में आर्थिक सहायता माना जा रहा है. दोनों के बीच हमले से पहले और उसके दौरान लगातार बातचीत हो रही थी.
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पुलिस ने राजेश को गुजराती भवन, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और सिविल लाइंस इलाके में उस जगह ले जाकर निशानदेही करवाई, जहां उसने चाकू फेंका था. पुलिस अब इस चाकू को बरामद करने की कोशिश कर रही है, जो मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य हो सकता है.
राजेश का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. गुजरात पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार 2017 से 2024 के बीच उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं, जिनमें शराब तस्करी और मारपीट शामिल हैं. वह 2021 में बॉम्बे पुलिस एक्ट के तहत गुजरात से निष्कासित भी किया गया था
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