इनकम टैक्स के बाद जीएसटी रिफॉर्म... अब मीडिल क्लास बना मोदी सरकार की नीतियों का लाभार्थी

 

इनकम टैक्स के बाद जीएसटी रिफॉर्म... अब मीडिल क्लास बना मोदी सरकार की नीतियों का लाभार्थी



PM Modi Reform Agenda: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने 2025 में इनकम टैक्स कटौती और जीएसटी सुधारों से मीडिल क्लास को केंद्र में रखकर उनकी आर्थिक स्थिति और उपभोग को मजबूत किया है.

PM Modi Reform Agenda: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2025 में मीडिल क्लास को केंद्र में रखकर अपनी सुधार नीतियों को और मजबूत किया है. पहले फरवरी में इनकम टैक्स में कटौती और अब जीएसटी दरों में बदलाव के साथ मीडिल क्लास अब सरकार की नीतियों का मुख्य लाभार्थी बन गया है. यह कदम न केवल मीडिल क्लास की जेब में अधिक पैसा डालता है, बल्कि उपभोग को बढ़ावा देकर उनकी आकांक्षाओं को भी नई उड़ान देता है.

जीएसटी स्लैब में बदलाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा- भारत का मेहनती मीडिल क्लास हमारी विकास यात्रा का केंद्र है. यह बयान जीएसटी कटौती की घोषणा के एक दिन बाद आया, जिसने मीडिल क्लास की लंबे समय से चली आ रही शिकायत को दूर कर दिया है. सोशल मीडिया पर मीडिल क्लास का एक बड़ा वर्ग यह शिकायत करता रहा है कि वह नियमित रूप से टैक्स का भुगतान करता है और बड़े पैमाने पर बीजेपी को वोट देता है, लेकिन सरकार से उसे उसका हक नहीं मिलता.
सरकार का ध्यान गरीबों के लिए मुफ्त आवास, मुफ्त राशन, शौचालय, मुफ्त चिकित्सा बीमा और किसानों के लिए आर्थिक सहायता जैसे कल्याणकारी योजनाओं पर रहा है. यह भावना तब और मजबूत हुई जब मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कॉरपोरेट क्षेत्र को बड़े पैमाने पर कर राहत दी गई. हालांकि, 2025 में सरकार ने मीडिल क्लास की इस शिकायत को गंभीरता से लिया और दो बड़े उपहार दिए. पहला, इनकम टैक्स में कटौती ने मीडिल क्लास की जेब में अधिक पैसा छोड़ा और दूसरा जीएसटी सुधारों ने रोजमर्रा की वस्तुओं को और सस्ता कर दिया, जिससे उपभोग को बढ़ावा मिला

मीडिल क्लास को राहत

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकारों के दौरान उच्च टैक्स रेट के कारण लोगों का मासिक बजट बिगड़ जाता था. इसके विपरीत, एनडीए सरकार ने लोगों को समय पर राहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक इनकम टैक्स में छूट और अब जीएसटी सुधारों के माध्यम से हम करोड़ों परिवारों की जिंदगी को आसान बनाने और उनकी आकांक्षाओं को बल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ताजा जीएसटी सुधारों के कारण मोटरसाइकिल, कार सहित टीवी, एसी और रोजमर्रा की अन्य जरूरी चीजें काफी सस्ती हो जाएंगी.
जीएसटी सुधारों ने जीवन और स्वास्थ्य बीमा को भी और सस्ता कर दिया है, क्योंकि इन पर अब शून्य जीएसटी लागू होगा. यह हर मीडिल क्लास परिवार के लिए एक बड़ी राहत है, जो आमतौर पर चिकित्सा और जीवन बीमा पॉलिसी लेता है. इसके अलावा, छोटी कारों पर जीएसटी में 11-13% की कटौती ने मीडिल क्लास के लिए दोपहिया वाहन से छोटी कार की ओर शिफ्ट होने का सपना साकार कर दिया है. रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों पर भी जीएसटी को 5 फीसदी के स्लैब या शून्य जीएसटी में लाया गया है, जिससे मीडिल क्लास का रसोई बजट कम होगा.

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पीएम ने कहा कि आवश्यक खाद्य पदार्थों, खाना पकाने की जरूरी चीजों और प्रोटीन युक्त उत्पादों पर कर दरों को कम करके ये सुधार देश भर के परिवारों के लिए बेहतर सामर्थ्य और पोषण तक पहुंच को बढ़ावा देते हैं. ये कदम न केवल मीडिल क्लास की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हैं, बल्कि उनकी आकांक्षाओं को भी प्रोत्साहित करते हैं. जीएसटी सुधारों से न केवल आवश्यक वस्तुएं सस्ती हुई हैं, बल्कि उपभोक्ता वस्तुओं की मांग बढ़ने से अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी. इनकम टैक्स कटौती ने मीडिल क्लास को अधिक बचत करने का अवसर दिया है, जिसे वे अब शिक्षा, स्वास्थ्य, या अपनी जीवनशैली को बेहतर बनाने में निवेश कर सकते हैं.
मीडिल क्लास भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. अब यह वर्ग सरकार की नीतियों का केंद्र बन गया है. ये सुधार न केवल उनकी आर्थिक चिंताओं को दूर करते हैं, बल्कि उनके विश्वास को भी मजबूत करते हैं कि सरकार उनकी जरूरतों को समझती है. यह मीडिल क्लास के लिए एक नए युग की शुरुआत है, जहां उनकी मेहनत और योगदान को न केवल पहचाना जा रहा है, बल्कि उसे नीतिगत समर्थन भी मिल रहा है
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