आखिर क्यों आकाश को फ़ूड डिलीवरी बॉय से सहानुभूति हुई ? पढ़िए पूरी कहानी ......
बेंगलुरु के आकाश विनय ने हाल ही में एक ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी चैन से खाने का आर्डर दिया. डिलीवरी बॉय समय से लेट पहुंचा, हालांकि, जब वह आया तो आकाश ने देखा कि वह ठंड से कांप रहा था. इससे उनके मन में उस ऐसे लोगों के प्रति सहानुभूति हुई , जो ठंड के मौसम के बावजूद अपनी ड्यूटी करने के लिए मजबूर हैं. अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से उन्होंने इस स्थिति पर प्रकाश डालने का प्रयास किया.
बेंगलुरु के लोग मुझे ज़रा ध्यान से सुनिए. कुछ दिनों पहले मैंने ऑनलाइन फ़ूड डिलीवर करने का ऑर्डर दिया और डिलीवरी वाले को इसे लाने में थोड़ा समय लगा. लेकिन यह कोई शिकायत नहीं है जिसे मैं स्विगी या जोमैटो या और किसी के बारे में कर रहा हूँ. यह एक ऐसी घटना है जिसे मैं शेयर करना चाहता हूँ.
लगभग एक घंटे के इंतजार के बाद, वह आखिरकार आ गया, और जब मैंने दरवाजा खोला, तो मुझे लगा कि मैं उसे देरी के लिए खरी खोटी सुनाऊँ. वह मेरे दरवाजे पर खड़ा था, काँप रहा था और मुश्किल से मुझे पैकेज दे पा रहा था. ठंड के कारण वह अपने बटुए को भी ठीक से बाहर नहीं निकाल पा रहा था.
आप जानते हैं कि देरी से आने के बाद इस तरह की सोच लाज़मी है हम सभी अक्सर ऐसा ही करते हैं. मगर उसके ठण्ड से कापंते हाथ एक अलग ही कहानी बयां कर रहे थे.
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कंपनी उन्हें सबसे कम कीमत वाले खुदरा विक्रेताओं से जैकेट खरीद कर देती है, जिससे उन्हें कोई मदद नहीं मिलती. वह पूरे समय कांपता रहा, लेकिन वह पूरे समय मुस्कुराता रहा. बेंगलुरु में ये पिछले एक दशक में सबसे ज़्यादा ठंड का मौसम है, और ऐसे कई लोग हैं जिनकी आजीविका सड़कों पर रहने को मज़बूर करती है. फूड डिलीवरी पार्टनर, कैब ड्राइवर, डंज़ो रनर और भी कई हैं. उनके प्रति दयालु रहें.यदि आपके पास एक शॉल या जैकेट है जो आप इन्हें दे सकते हैं तो इन्हें दे दें. यह उनके बड़े फायदे का हो सकता है. यदि आप उसके द्वारा लौटाए जाने वाला 20 रुपये उससे नहीं लेंगे तो यह भी उसे ख़ुशी देगा. यदि आप उसके चेहरे पर मुस्कान लाने में सक्षम हो गए हैं, तो मुझ पर विश्वास करें आप खुद भी मुस्कुरायेंगे.
जोमैटो आपको डिलीवरी बॉय के बारे में जानकारी देता है; वह कहाँ से है, उसने क्या अध्ययन किया, परिवार की स्थिति, और उनमें से कुछ बहुत शिक्षित नहीं हैं. उन्हें कम से कम ये सुझाव दें कि उनके जैकेट के अंदर, उनकी छाती पर अखबार के पन्ने डाल लें जो उन्हें गर्म रख सकता है.
जब डिलीवरी बॉय को रेस्तरां पहुंचने में समय लगता है, तो याद रखें कि जिस तरह से आप ठंड के कारण बाहर नहीं निकलते ठीक उसी तरह ठण्ड के कारण वह भी गाडी धीमी चलाता है. आपका खाना देर से लाने पर उसे कुछ नहीं मिलता.
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यह कोई शेख़ी या दलील नहीं है. यह सिर्फ एक आदमी को मेरा रात का खाना सौंपते हुए कांपते देख कर की जाने वाली प्रतिक्रिया है. यह मत समझिये कि भगवान ने आपको उसकी जगह पर नहीं रखा क्यूंकि वह आपसे ज़्यादा प्रेम करता है या आपको पसंद करता है ऐसा कुछ नहीं है. आप भाग्यशाली रहे. तो ऐसी स्थिति में हम कम से कम उनके प्रति संवेदनशील हो सकते हैं.और अगर हो सके तो, तो जानवरों को भी कुछ प्यार दिखाएं. एक पुरानी बेडशीट सड़क या फुटपाथ पर रख उस पर बिस्कुट के पैकेट रख दें या उस कुत्ते को थोड़ा सेहला दें, और अगर इतने से ही वह अगर खुश हो जाये तो समझिये आपने कुछ अच्छा किया. धन्यवाद.
अगर आपने भी डिलीवरी वाले की मदद की है तो वो कहानी लिख भेजें तर्कविशेष
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