क्या आपका नंबर अगला हो सकता है? AI की मदद से सरकार ब्लॉक कर रही है SIM, 4 लाख हुए बंद
DoT के फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर (FRI) सिस्टम की वजह से पिछले महीने ही UPI प्लेटफॉर्म्स, जैसे Google Pay, PhonePe और Paytm, कई करोड़ रुपये की संभावित फ्रॉड ट्रांजैक्शन्स रोक पाए।
अगर आप भी किसी अनजान नंबर से आए इन्वेस्टमेंट या नौकरी के ऑफर पर भरोसा कर लेते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि टेलिकॉम विभाग (DoT) ने एक खास AI-बेस्ड सिस्टम से अब तक 3 से 4 लाख तक SIM कार्ड्स को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये सभी नंबर कथित रूप से धोखाधड़ी और स्कैम से जुड़े थे। इसके लिए DoT ने एक खास फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर (FRI) सिस्टम तैयार किया है, जिसे कुछ ही महीने पहले लॉन्च किया गया था।
ET की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, DoT के इस FRI सिस्टम ने अब तक 3 से 4 लाख SIM कार्ड्स को ब्लॉक किया है। यह टूल कथित तौर पर हर दिन करीब 2,000 मोबाइल नंबर डिटेक्ट कर रहा है, जो ज्यादातर नौकरी और इन्वेस्टमेंट जैसे फ्रॉड स्कैम्स से जुड़े होते हैं।
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DoT के एक सीनियर अधिकारी ने पब्लिकेशन को बताया कि जैसे ही कोई मोबाइल नंबर FRI के जरिए "हाई रिस्क" के रूप में मार्क होता है, तो सिस्टम उस नंबर से जुड़े अन्य SIM कार्ड्स को भी नेटवर्क पर खोज लेता है। यह काम AI-पावर्ड पैटर्न मैचिंग से होता है। यानी सिर्फ एक नंबर ही नहीं, उससे जुड़े पूरे नेटवर्क को ट्रैक कर लिया जाता है।
इस सिस्टम की वजह से पिछले महीने ही UPI प्लेटफॉर्म्स, जैसे Google Pay, PhonePe और Paytm, कई करोड़ रुपये की संभावित फ्रॉड ट्रांजैक्शन्स रोक पाए हैं।
जुलाई 2025 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सभी बैंकों, चाहे वे कॉमर्शियल हों, पेमेंट बैंक हों या कोऑपरेटिव बैंक हो, को FRI सिस्टम को अपने प्लेटफॉर्म में इंटीग्रेट करने की सलाह दी थी। इसके बाद FRI सिस्टम में कुछ सुधार करते हुए प्रोसेसिंग स्पीड और एक्शन लेने के टाइम को भी घटाया गया है।
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